दोस्त की हॉट माँ मेरी सेक्सी बहन की XXX चुदाई part 1 – group sex

group sex : नमस्कार दोस्तों ,इस चुदाई कहानी में मैं आपको बताऊँगा कि कैसे मैंने मेरी बड़ी बहन की चुदाई मेरे जिगरी दोस्त से करवाई ।मेरे दोस्त का नाम रॉबिन है और वह पहले मेरे पड़ोस में रहता था। हमारी दोस्ती बचपन की है।

उसके घर पर उसके मम्मी पापा और वो खुद रहते है। हमारे घरेलू रिश्ते थे, मेरी दीदी उसको भी राखी बंधती थी और छोटा भाई समझती थी पर वो मेरी दीदी को चोदना चाहता था और मुझे उसकी मम्मी बहुत अच्छी लगती थी।

हम समलैंगिक सम्बन्ध भी करते थे इसीलिए हम एक दूसरे से कुछ नहीं छुपाते थे।उसके पापा का एक साल के लिए अचानक बैंगलोर ट्रान्सफर हो जाने से अब वो और उसकी मम्मी ही वहाँ रहते है पर अब उन्होंने अपना घर मेरे घर से चार किलोमीटर की दूरी पर बनवा लिया है |

कुछ दिन पहले वो वहाँ रहने चले गए हैं। मेरे घर पर भी मेरे मम्मी-पापा और मेरी बहन निमिता रहते हैं। मेरे मम्मी-पापा दोनों नौकरी करते हैं और निमिता कालेज में पढ़ती है। निमिता की उम्र 19 साल है।एक दिन मैं रॉबिन के घर गया|

तो उसकी माँ ने दरवाजा खोला और मुझे अंदर बुलाया।मैंने उनसे पूछा,सरला आंटी, रॉबिन कहाँ है? कई दिनों से मिला ही नहीं और कालेज भी नहीं आ रहा है?सरला ,उसकी तो तबियत बहुत खराब है। क्या हो गया आंटी? मैंने पूछा।

सरला ,अब तुमसे क्या छिपाऊँ, जब से इस घर में आए हैं अचानक उसको दौरे पड़ने लगे हैं। वैसे तो एकदम ठीक रहता है पर अचानक चक्कर आ कर गिर पड़ता है।तब तक रॉबिन भी आ गया। मैंने देखा तो दिखने से वो एकदम फिट लग रहा था।

मैंने उससे पूंछा कि आंटी क्या कह रही है? किसी डॉक्टर को दिखाया या नहीं?रॉबिन ,यार सभी बड़े डॉक्टरों को दिखा लिया, एक महीने से दवा खा रहा हूँ पर कुछ फर्क ही नहीं पड़ता है। अचानक चक्कर आ जाता है और एक से दो मिनट के लिए मैं बेहोश हो जाता हूँ।

इसीलिए गाड़ी भी नहीं चला रहा और घर से बाहर भी नहीं जा रहा हूँ।मैंने आंटी से कहा,आप मेरे साथ चलिए और रॉबिन की कुंडली ले लीजिए। मेरे एक गुरु जी है जो ज्योतिष के अच्छे जानकार है और कई लोगों की मदद कर चुके हैं।

वो बता सकते हैं कि रॉबिन को क्या दिक्कत है।आंटी भी साधू लोगों को बहुत मानती थी तो वो उसी समय मेरे साथ चल दी। रॉबिन को हमने घर पर ही छोड़ दिया कि कहीं रास्ते में तबियत न खराब हो जाये। गुरु जी के आश्रम पहुँच कर हमने अपने आने की खबर करवाई।

काफी भीड़ होने के बावजूद गुरु जी ने हमें पहले ही बुलवा लिया। गुरु जी,आओ बेटा मोनू, सब कुशल मंगल तो है? मैंने बताया,नहीं गुरु जी, ये मेरे दोस्त की माता जी हैं। अचानक मेरे दोस्त को दौरे पड़ने लगे हैं जिससे हम बहुत परेशान हैं। गुरु जी,क्या नाम है

बेटी तुम्हारे पुत्र का? सरला ,जी रॉबिन !गुरु जी,अरे बहुत ही सुन्दर और गुणी बालक है, कई बार मोनू के घर पर उससे मुलाकात हो चुकी है मेरी।सरला ,जी कई डॉक्टरों को दिखाया पर कुछ नहीं हुआ, अब तो आपका की सहारा है।

गुरु जी,बेटी तुम पुत्र की जन्म कुंडली ली हो क्या? सरला ,जी महाराज, यह लीजिये !यह कह कर सरला ने रॉबिन की कुंडली स्वामी जी को दे दी। करीब एक घंटे तक स्वामी जी ने उसको पढ़ा-देखा। गुरु जी,बेटी, अब तक जीवन में मैंने ऐसा दोष नहीं देखा।

इसका ठीक होना असंभव है।यह सुन कर सरला आंटी जोर से रोने लगी और कहने लगी,नहीं महाराज, ऐसे मत कहिये, रॉबिन मेरा एक ही बेटा है, उसके लिए जो भी करना होगा वो मैं करूंगी पर आप मुझे निराश न करें। गुरु जी,धीरज रखो बेटी !

सरला ,नहीं महाराज, अब अगर मेरा बेटा ठीक नहीं हुआ तो मैं अपनी जान दे दूँगी।गुरु जी,मोनू बेटा, तुम जरा बाहर जाओ, मुझे सरला से अकेले में कुछ बात करनी है।मैं उठ कर बाहर आ गया और दरवाजे से कान लगा कर खड़ा हो गया।

अंदर गुरु जी आंटी से कह रहे थे,देखो बेटी, मैं वैसे तो यह उपाय बताने वाला नहीं था पर तुम्हारी हालत मुझे मजबूर कर रही है। पर यह उपाय भी आसान नहीं है और धर्म संगत भी नहीं है। सरला ,ऐसी क्या बात है स्वामी जी?

गुरु जी,बेटी, रॉबिन की कुंडली में एक भयानक दोष है जो सिर्फ एक हालत मैं ही हट सकता है। मुझसे तो कहा भी नहीं जा रहा। सरला : बताइए स्वामी जी। जो भी उपाय होगा मैं करने के लिए तैयार हूँ।गुरु जी,बेटी, रॉबिन एक ही दशा मैं ठीक हो सकता है।

यदि वो एक ही सप्ताह के भीतर किसी अविवाहित कुंवारी ब्राह्मण कन्या से तीन बार सम्भोग करे। यह सुन कर मुझे तो झटका लग गया और आंटी भी चौंक गई।यह आप क्या कह रहे है गुरु जी? इस बात की संबावना तो बहुत कम है |

की कोई ब्राह्मण अपनी बेटी की शादी रॉबिन से करे जबकि हम ब्राह्मण नहीं हैं। सरला बोली। गुरु जी,मैंने कहा है अविवाहित कन्या ! यह नहीं कहा कि उसका रॉबिन से विवाह हो, यदि विवाह हो गया तो वो कन्या भी कायस्थ हो जायेगी और यह उपाय विफल हो जायेगा।

साथ ही इस बात का ध्यान भी रखना होगा कि पहले सम्भोग के वक्त उसकी योनि अक्षत हो और कन्या के मासिकधर्म होते हों अर्थात आयु 16 वर्ष से अधिक हो और पूरे सप्ताह वो सिर्फ रॉबिन के साथ ही सम्भोग करे किसी और के साथ नहीं !

कम से कम तीन बार सम्भोग करे ही।इस उपाय के बाद रॉबिन चाहे तो उस कन्या से विवाह कर सकता है।मुझे तो यह असंभव लगता है, भला कौन लड़की तैयार होगी इस तरह से ! और जो किसी लालच में तैयार हो जायेगी तो वो कुंवारी तो नहीं ही होगी।

वैसे भी आज कल तो लड़कियाँ 13-14 की उम्र में ही अपना कुंवारापन खो देती हैं। सरला ने कहा। गुरु जी ने कहा,जरूरी नहीं कि कन्या तैयार हो, बात सम्भोग की है प्रेम की नहीं। और मैंने कहा ही था कि उपाय कठिन है। पर इसके सिवाय कोई दूसरा रास्ता नहीं है।

अगर रॉबिन इस बीमारी से निकल जाता है तो 80 वर्ष का आरोग्य जीवन होगा। यह सुन कर सरला आंटी ने गुरु जी को प्रणाम किया और बाहर आ गई। हम वापस घर चल पड़े। इतनी देर में मैंने अपनी योजना बनाई |

अनजान बनते हुए आंटी से पूछा,स्वामी जी ने क्या कहा और आप इतनी परेशान क्यों हैं? तो सरला आंटी ने मुझसे कहा,बात तुम्हारे लायक नहीं है। अभी तुम छोटे हो।मैंने कहा,आंटी आप मुझे नहीं बताना चाहती तो कोई बात नहीं ! पर मैंने सब कुछ सुन लिया है।

सरला ,जब तुमने सब कुछ अपने कानों से सुन लिया है तो मुझसे क्या पूछ रहे हो? स्वामी जी ने जो कहा है वो तो हो नहीं सकता। मैंने कहा,आंटी, इतनी जल्दी हार नहीं मानिए, मैं काफी देर से यही सोच रहा था कि आपके घर जो काम वाली है वो तो ब्राह्मण है|

उसकी बेटी अभी 16 साल की ही होगी। अगर उसको पाँच दस हजार रुपये दे दिए जायें तो वो शायद तैयार हो जाये? सरला ,अरे वो कुंवारी नहीं है, जब 15 साल की थी तभी एक लौंडे के साथ भाग गई थी। 4 महीने बाद लौट कर घर आई थी|

मान लो कि अगर वो कुँवारी होती भी तो कौन सी माँ मान जायेगी। तुम भी तो ब्राह्मण हो, तुम्हीं कोई लड़की बताओ।अरे अगर कोई तुम्हें दस हजार रुपये दे तो क्या तुम अपने घर की लड़की किसी को दे दोगे? मैंने कहा,आंटी, आप तो नाराज़ हो रही हैं !

रॉबिन को मैं अपने भाई से बढ़कर मानता हूँ और जरूरत पड़े तो निमिता को भी इस काम के लिए दे सकता हूँ और वो भी बिना किसी पैसे के। मेरी बात सुन कर सरला के तो होश ही उड़ गए, वो बोली,सच मोनू, अगर यह तुम सच कह रहे हो |

तो तुम रॉबिन को वाकई भाई मानते हो और निमिता है तो 18 की पर इतनी सीधी है कि पक्का कुँवारी ही होगी। तुम अगर ऐसा कर दोगे तो मैं तुम्हारा एहसान जिंदगी भर नहीं भूलूंगी और निमिता की शादी भी रॉबिन से कर दूँगी। पर निमिता तैयार हो जायेगी?

मैंने कहा,देखिये स्वामी जी ने कहा था कि सम्भोग बिना कन्या की स्वीकृति से भी हो सकता है। और दूसरी बात मेरे घर वाले नहीं मानेगे कि उसकी शादी किसी गैर ब्राह्मण के यहाँ हो इसीलिए मुझे इस बात का वादा चाहिए कि यह बात बाहर नहीं जायेगी |

ताकि निमिता की बदनामी न हो। सरला ,मैं जबान देती हूँ ! जबान से काम नहीं चलेगा, आज हमारे सम्बन्ध अच्छे है कल कौन जाने क्या हो जाये? आप कुछ नहीं कहेगी पर अगर मेरी रॉबिन से लड़ाई हो जाये और वो सबको बोल दे? मैंने कहा।

सरला ,तो तुम क्या चाहते हो? देखिए, मेरी सगी बहन की इज्जत का सवाल है तो दूसरी तरफ रॉबिन की भी किसी सगी रिश्तेदार का सवाल होना चाहिए। सरला ,देखो मोनू, अगर मेरे कोई बेटी होती तो मैं उसे तुम्हारे हवाले कर देती, पर मेरा एक ही बेटा है रॉबिन !

बेटी न सही माँ ही सही ! मैंने कहा। मेरी बात सुन कर सरला चौंक गई। मैं कहा चौकिये मत आंटी जी, देखिये अगर निमिता के साथ रॉबिन ने सम्भोग किया और आपने मेरे साथ तो ना मैं किसी से कहूँगा ना आप लोग। रॉबिन की बीमारी भी ठीक हो जायेगी |

मेरी चिंता भी दूर हो जायेगी जो मुझे निमिता की बदनामी को लेकर है। अरे, अब सोच क्या रही हैं, मैं अपने दोस्त के लिए अपनी सगी बहन की क़ुरबानी दे सकता हूँ और आप अपने इकलौते बेटे के लिए अपनी क़ुरबानी नहीं दे सकती? सरला बोली,मैं यह नहीं सोच रही हूँ !

क्योंकि मेरे पास तैयार होने के अलावा कोई रास्ता नहीं है। बल्कि यह सोच रही हूँ कि तुम्हें एक 37 साल की औरत में इतनी दिलचस्पी क्यों है? मैंने कहा,अरे आंटी, हीरे की कदर तो जौहरी ही जानता है। तो बताइए बात पक्की?

पक्की ! सरला बोली। और मैंने प्यार से आंटी के एक होठों पर एक पप्पी ले ली।उनके घर पहुँच कर मैंने गाड़ी रोकी और बोला,आंटी आप रॉबिन को बाहर भेज दीजिए ताकि उसे भी मैं समझा दूँ। सरला बोली,उसे यह भी बताओगे क्या कि निमिता के बदले तुम मुझसे सम्भोग करोगे?

जितना जरूरी होगा उतना ही बताऊँगा, आप उसे बाहर तो भेजिए।सरला अंदर गई और रॉबिन बाहर आ गया। उसे गाड़ी में बिठा कर हम वहाँ से चल दिए थोड़ी दूर जाकर मैंने गाड़ी एक तरफ़ रोकी और उसे गले लगा कर कहा,हमारी योजना कामयाब हो गई !

तुम्हारे चक्कर का चक्कर चल गया और तुम्हारी माँ मुझसे चुदने के लिए तैयार है और निमिता की चुदाई तुमसे करवाने के लिए तो वो कुछ भी करेगी। स्वामी जी ने क्या एक्टिंग की है, मज़ा आ गया।रॉबिन , अरे इतनी बढ़िया योजना बनाई थी, फ्लॉप कैसे होती?

चलो घर चलो और आगे की तैयारी करते हैं। रास्ते से हमने एक दवा खरीदी और घर पहुँच कर मैंने रॉबिन को इशारा किया और वो अंदर चला गया। मैंने सरला से कहा,चलिए आंटी, रॉबिन को सब समझा दिया है, थोडा नाराज़ था पर मैंने उसे समझा दिया कि यह बहुत जरूरी है।

चलिए बेडरूम में चल कर आगे की बात करते हैं। सरला ,हाय, तुमने रॉबिन को बता दिया कि तुम मेरे साथ क्या करोगे? अब वो घर पर है और हम सेक्स करेंगे तो उसे पता नहीं चलेगा? मैंने कहा।और सरला को बेडरूम में ले जाकर दरवाजा बंद कर लिया।

सरला ने कहा,अभी यह करना जरूरी है? जब रॉबिन निमिता से कर ले तब हम करेंगे।मैंने कहा,अरे यार, रॉबिन तो कल निमिता के साथ पहली बार करेगा। सुनो, तुम आज रात को मेरे घर फोन करना और निमिता से कहना कि कल तुम्हारे यहाँ पूजा है|

सारे लोग आ जायें। मम्मी पापा तीन दिन के लिए बाहर गए है तो निमिता मेरे साथ यहाँ आएगी। तब तुम कह देना कि पंडित नहीं आया और पूजा रद्द हो गई। सबको फोन करके मना कर दिया पर हमारा फोन नहीं लग रहा था।

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फिर हम निमिता को किसी न किसी तरीके उत्तेजित करके मना ही लेंगे और उसके बाद रॉबिन का काम हो जायेगा। कहो, मेरी जान ?
यह बोल कर मैंने सरला की साड़ी खोल दी और अब वो ब्लाउज और पेटीकोट में मेरे सामने खड़ी थी।

सरला ,इतनी जल्दी आंटी से जान और आप से तुम पर आ गए? मानती हूँ पक्के बहनचोद हो ! आओ और अब मेरी प्यास बुझाओ ! मुझे उम्मीद नहीं थी कि सरला इतनी जल्दी खुल जायेगी ! पर उसके मुँह से गालियाँ सुन कर मजा आ गया।

लम्बी, गोरी चिट्टी सरला का भरा बदन, चौड़ी कमर, बाहर निकले उत्तेजक कूल्हे और ब्लाउज से बाहर झांकते बड़े-बड़े स्तन मेरे मन में हलचल मचाने लगे। मेरे मन में उनको नंगा देखने का ख्याल आने लगा। फिर हम दोनों बिस्तर पर लेट गए।

सरला एकदम मुझ से लिपट गई, मुझे करंट सा लगा जब उनके स्तन मेरी छाती से छुए। उसकी एक टांग मेरे ऊपर थी। मैंने भी उसकी टांग पर एक पैर रख दिया और उसकी पीठ पर हाथ रखते हुए कहा,आओ मेरी जान !

सरला धीरे-धीरे मेरी बाहों में सिमटती जा रही थी और मुझे मजा आ रहा था। धीरे से मैंने उनके कूल्हों पर हाथ रखा और धीरे-धीरे सहलाने लगा। सरला को मजा आ रहा था। फ़िर सरला सीधी लेट गई। अब मैं भी उससे चिपट गया और उसके वक्ष पर सिर रख लिया।

मेरा लण्ड खड़ा हो चुका था। मैं धीरे धीरे उनका पेट और फ़िर जांघ सहलाने लगा।अगर कहानी पसंद आई हो तो अपने दोस्तो के साथ जरूर शेयर करें। हमारी वेबसाइट fungirl.in आपके लिए ऐसी ही मजेदार चुदाई की कहानियां लाती रहेगी।

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